योगेश्वर श्री कृष्ण की 16108 पत्नी
दुष्प्रचार ये किया जाता है कि भगवान कृष्ण की एक ही पत्नी माता रुक्मणी थी।
पौराणिक पंडो ने पुराणों में उनकी १६१०८ पत्नियां बताई है।
महाभारत में ऐसा नही हैं। महाभारत वाले कृष्ण और पौराणिक कृष्ण भिन्न है।
1-चलो देखते है- पहला और दूसरा चित्र महाभारत सभापर्व अध्याय ३८ का है। जिसमे नरका सुर की कैद से छुड़ाई गयी १६१०० कन्याओं की बात स्पष्ट लिखी हैं। वो कन्याये गंधर्व विवाह के द्वारा भगवान कृष्ण से विवाह की बात करती है क्योंकि नारद जी का एक वचन था।
भगवान कृष्ण उन सभी १६१०० कन्याओं को द्वारिका भेजते हैं। ये सोलह हजार एक सौ कन्याओं की बात आपको मौसल पर्व अध्याय पांच में भी दिखेगी। (चित्र ६)मे देखे।
2-अब आते है भगवान कृष्ण की 8 मुख्य पटरानियों के बारे में।
महाभारत सभापर्व अध्याय ३८( चित्र ३-४) में देखे
क्रम से नाम- ऐसे हैं।
१-रुक्मणि
२-सत्यभामा
३-जामवंती
४-सुकेशी
५-सुप्रभा
६-लक्ष्मणा
७-मित्रविन्दा
८-सुदत्ता देवी
3- फेसबुक पटल पर सौप्तिक पर्व अध्याय १२ श्लोक ३१ और ३२ को बहुत घुमाया जा रहा। जिसमे भगवान कृष्ण अश्वत्थामा से कहते है कि मैंने १२ वर्ष कठोर ब्रह्मचर्य का पालन करके रुक्मणि से प्रधुम्न को उत्पन्न किया कभी उसने मेरा सुदर्शन चक्र नही मांगा और इसी श्लोक के आधार पर ये गाया जाने लगा कि भाई भगवान कृष्ण का एक ही पुत्र और एक ही पत्नी थी। जबकि ये लोग श्लोक ३३ को नही दिखाते जिसमे उन्होंने साम्ब और गद का नाम लिया है। (चित्र ५)में देखे
4-( चित्र ६-७) में महाभारत मौसलपर्व अध्याय ५-८ में उनकी १६१०८ रानियों की बात की गई हैं।
जिसमे से १६ हजार भगवान कृष्ण की स्त्रियों को अर्जुन हस्तिनापुर ले जाते हैं।
कुछ भगवान कृष्ण के साथ सती हो जाती है और कुछ वन को चली जाती है तप करने।
5-(चित्र ८) उसके लिए जो कहते है कि पौराणिक और महाभारत वाले कृष्ण भिन्न हैं।
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