Posts

Showing posts from November, 2017

ईसाई इस्लाम एक

--#छिन्नमस्ता_संस्कृति : #ओरिजिनल_सिन_थ्योरी -- आज से तीन दिन पहले मैंने आप सभी स्वजनों के समक्ष एक प्रश्न रखा था की " क्या मुझे इस्लाम पे लिखना चाहिए "।। आप सभी का जवाब हाँ में था और मैंने लिखा भी और जब मैंने कुछ तथ्यों की तलाश में जब इंटरनेट खंगाला तो समझ मे आया की इस्लाम और ईसाई समुदाय एक ही सिक्के के दो पहलू है और दोनों की एक नीति है -- अपनी महत्वाकांक्षी विस्तारवादी नीति , जहाँ आज इस्लाम आज नंगा हो चुका है उसकी असलियत सब जान चुके है वही ईसाई समुदाय अपना काम बेहद शातिराना ढंग से और चुपके छुपके कर रहा है वो हमेसा हिन्दुओ को कुछ प्रलोभन , चंगाई सभा , ईश्वरीय चमत्कार ,गरीबी और अशिक्षा का प्रयोग धर्मान्तरण में करता है ।। मैं आज से धर्मान्तरण में प्रयोग किये जाने वाले उन तथ्यों से आपको रूबरू कराऊंगा जिनका प्रयोग धर्मान्तरण के लिये किया जाता है , आज हम बात करेंगे महिलाओ के अधिकार की -- जब भी हम धर्म की बात करते है तो सबसे पहले एक बात सामने आती है धर्म मे महिलाओ की स्थिति क्या है ,किसी भी परिवार की सबसे अहम कड़ी है उस परिवार की महिला .... जिसे आप तोड़ लो बाकी सब टूट जाएंगे...

असली_बुद्ध_कौन ??

मित्रो बुद्ध मत वाले सिद्धार्थ गौतम को बुद्ध कहते है जबकि जैन ग्रंथो के अनुसार महावीर स्वामी और उनके शिष्य गणधर गौतम बुद्ध है इस सम्बन्ध में कुछ प्रमाण :- बुद्ध मत के बुद्ध का नाम गौतम है लेकिन जैन आदिपुराण में आया है :-"गौतमदागतो देव: स्वर्गाग्रद गौतमो मत ,तेन प्रोक्तमधीनस्त्व चासो गौतामश्रुति ""(दितीय पर्व श्लोक ५३ ) अर्थात महावीर स्वामी १६ वे स्वर्ग (मुस्लिमो के ७ आकाश की तरह जैनों में भी १६-१७ स्वर्ग होते है ) से अवतार्तीत हुए इसलिए उन्हें गौतम कहते है और गौतम की वाणी सुनने से आप का भी नाम गौतम है ,,, ... महावीर स्वामी के शिष्य गणधर बुद्ध है :- आदिनाथ पुराण में आया है :-" चतुर्भिश्रचमलेर्बोधैरबुद्धतस्व जगद यत:| प्रज्ञापारमित बुद्ध त्वा निराहुरतो बुधा: (दितीय पर्व श्लोक ५५ ) है देव आपने ४ निर्मल ज्ञानो (४ आर्य सत्य ) के द्वारा संसार को जान लिया है तथा तथा आप बूधि के पार को प्राप्त हुए इसलिए संसार आपको बुद्ध कहता है ... यहा दो बातें स्पष्ट है महावीर भी गौतम है और गणधर भी गौतम और सिद्धार्थ भी अत: तीनो बुद्ध है ... लेकिन बुद्ध की दावेदा...

इस्लाम का अर्थ

#इस्लाम -- जैसा कि कल आप सभी से पूछा था कि क्या मुझे इस्लाम पे लिखना चाहिए , सभी स्वजनों का समर्थन मिला तो वादे के मुताबिक पहली किस्त -- मुझे 1 फर्जी id बना के कोई दे दो क्योंकि इस id की कल से रिपोर्टिंग चल रही है कोई भी मुझे एक id दे दो अल्लाह के नाम पे हहहहहहह --- #आज_सबसे_पहले इस्लाम शब्द को जानते है  -- आप किसी मुस्लिम से बोलेंगे की मुझे इस्लाम का अर्थ बताओ तो वो बोलेगा इस्लाम का अर्थ होता है शांति या खुद को अल्लाह को समर्पित करना या समर्पण  , तो क्या वाकई इस्लाम का अर्थ शांति और समर्पण है आइये इसे देखते है -- लेकिन इस्लाम का वास्तविक अर्थ शांति नहीं बल्कि आत्म समर्पण है न कि समर्पण और आत्म समर्पण सिर्फ डर से किया जाता है ."Islam" does not mean "peace" but "submission"or "surender"जैसा कि कहा जाता है ("السلام" ولكن "تقديم"استسل "शांति" लेकिन "प्रस्तुत" आत्मसमर्पण ) इस्लाम शब्द अरबी के तीन अक्षरों (root sīn-lām-mīm (SLM [ س ل م ) से बना है .और कुरान में कई जगह इस्लाम का अर्थ आत्मसमर्पण ही कि...